Friday, October 19, 2007

बेकरार दिल

बेकरार दिल तू गए जा,
खुशियों से भरे वह तराने,
जिन्हें सुनके दुनिया झूम उठे,
और झूम उठे दिल दीवाने ......

राग हो कोई मिलन का,
सुख से भरी सरगम का,
युग युग के बन्धन का,
साथ हो लाखों जनम का......

ऐसे ही बहारें, गाते रहे,
और सजते रहे वीराने,
जिन्हें सुनके दुनिया झूम उठे,
और झूम उठे दिल दीवाने |

रात यूहीं थम जायेगी,
रुत ये हसीं मुस्कायेगी,
बंधी कलि खिल जायेगी,
और शबनम शरमाएगी........

प्यार के वह ऐसे न हमें,
जो बन जाये अफ़साने ,
जिन्हें सुनके दुनिया झूम उठे,
और झूम उठे दिल दीवाने |

बेकरार दिल, तू गाए जा..........

दर्द में डूबी धुन हो,
सीने में एक सुलगन हो,
साँसों में हलकी चुभन हो,
सहमी हुई धड़कन हो........

दोहराते रहे बस गीत नए,
दुनिया से रहे बेगाने,
जिन्हें सुनके दुनिया झूम उठे,
और झूम उठे दिल दीवाने.......

बेकरार दिल तू गए जा,
खुशियों से भरे वह तराने,
जिन्हें सुनके दुनिया झूम उठे,
और झूम उठे दिल दीवाने |

Beqarar-E-Dil.mp3

1 comment:

హృదయ బృందావని said...

nice lyrics :)

other songs in blog too.